अवधेश कुमार अवधेश की दो क्षणिकाएं
1. रफ्तार
क्या कहूँ,
उसकी गाड़ी की रफ्तार
कुछ ज्यादा ही तेज थी
जाने कैसे अचानक
एक कुत्ते से टकराई फिर-
आगे झुक गयी,
और स्टेयरिंग से
ऐसी चोट खाई कि,
खुद उसकी ही.
जिंदगी की रफ्तार ,
रुक गयी..।
2. प्रभाव
तेज रफ्तार और
बगैर,
लाइसेंस
स्कूटी चलाती,
मंत्री जी की साली
एक निहायत
ईमानदार सिपाही के हाथों
पकड़ाई।
आश्चर्य!किंतु
वह औरों की तरह
न तो रोई और,
न ही घबराई..।
स्कूटी चौकी पर छोड़,
बेखौफ घर आयी।
उधर,शामहोते ही-
बेचारा सिपाही
अपनी ईमानदारी का
ईनाम पाया और
निलंबन की चेतावनी के साथ,
फुल टंकी पेट्रोल और
मिठाई के डिब्बे के साथ
स्कूटी लिए खुद
मंत्री जी के घर आया..।
कवि :अवधेश कुमार"अवधेश"
पता: 4/2,सुभाशीष अपार्टमेंट
पता: 4/2,सुभाशीष अपार्टमेंट
रेलपार,के एस.रोड, डीपोपाड़ा
आसनसोल(प.बंगाल)
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